गरीबों के झुग्गी झोपड़िया अनदेखा कर बन रहा स्टेडियम*


*गरीबों के झुग्गी झोपड़िया अनदेखा कर बन रहा स्टेडियम* 
 *परेशान गरीब अपने परिवार के साथ तप्ति दुपहरी में भूखे पेट रहकर तीन दिन से तहसील परिसर के सामने कर रहे भूख हड़ताल अधिकारी नहीं दे रहे ध्यान* 
सुरेंद्र प्रजापति
 *बक्सवाहा* - नगर में वार्ड क्रमांक 02 में खेल स्टेडियम का निर्माण किया जा रहा है इसी स्टेडियम पर करीब 15 से 20 परिवार झुग्गी झोपड़ी बनाकर पिछले करीब 40 साल से निवास कर रहे हैं यह वो परिवार है जो दैनिक मजदूरी करके अपना भरण पोषण कर करते है स्टेडियम की बाउंड्री वॉल बनने से करीब 15 से 20 परिवारों की झुग्गी झोपड़ियां बाउंड्री वॉल के अंदर आ गई हैं और इन परिवारों को यह चिंता सताने लगी है कि उनके घर अब तोड़े जाएंगे इसी समस्या को लेकर इन परिवारों ने तहसील परिसर के सामने भूख हड़ताल चालू कर दी है स्टेडियम बनने से इन परिवारों को कोई आपत्ति नहीं है बल्कि इनका यह कहना है कि वहां पर स्टेडियम के अतिरिक्त भी खाली जगह है जहां उन्हें विस्थापित किया जाए! गरीब परिवारों के लोगों का कहना है कि वह आर्थिक रूप से इतने सक्षम नहीं है कि कहीं और जाकर घर निर्माण कर सकें अगर शासन उनके घर तोड़ता है तो वह बेघर हो जाएंगे और परिवार रोड पर आ जाएगा! 
  लगातार तीन दिन से भूख हड़ताल पर बैठे व्यक्तियों की हालत अब खराब होने लगी है लेकिन जनप्रतिनिधि और अधिकारी इन व्यक्तियों की और इन परिवारों की सुध लेने के लिए नहीं आ रहे है !
    पीड़ित लखन विश्वकर्मा का कहना है वह दो वक्त की रोटी के लिए दैनिक मजदूरी करते हैं अगर उनका घर शासन प्रशासन तोड़ता है तो उनका परिवार बेघर हो जाएगा और वह रोड पर आ जाएंगे ! पीड़ित परिवारों का कहना कि उनके घर यदि शासन प्रशासन तोडता है तो वह अपने परिवार के साथ जान देने के लिए मजबूर होंगे जिसकी सारी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी !   
    पीड़ित गंगाबाई वृद्ध अवस्था में है तथा अपने आशियाने को लेकर चिंता कर रही है और भूख हड़ताल पर बैठी हुई है उनका कहना है इस उम्र में मैं अपने बच्चों को लेकर कहां जाऊंगी !
    पीड़ित पूजा विश्वकर्मा 2 बच्चों की मां है भूख हड़ताल पर पिछले 3 दिनों से बैठी हुई है और शासन से अपने आशियाना बचाने को लेकर गुहार लगा रही है !
      पीड़ित परिवारों का कहना है स्टेडियम बने लेकिन शेष भूमि पर गरीब परिवारों को काबिज किया जाए और यदि शासन इन परिवारों को कहीं अन्य जगह विस्थापित करता है तो मकान हेतु भूमि या फिर प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ प्रदान करें ! 
      पीड़ित परिवार में नन्नू आदिवासी पिता कल्लू आदिवासी, संतोष आदिवासी पिता नन्नू आदिवासी ,धर्मेंद्र आदिवासी पिता नंदू आदिवासी, लखन बाढ़ई पिता हर्बल बाढ़ई, गुमान सिंह पिता प्राण सिंह ठाकुर, गजराज पिता पहलाद सिंह ठाकुर ,राजकुमार बाल्मीकि पिता रामचरण बाल्मिक ,हलवाई आदिवासी पिता कल्लू आदिवासी, गंगा बाई पति नन्नेलाल अहिरवार ,खेतिया धानक पिता नथुआ धानक ,राजकुमारी पिता पहलाद सिंह ठाकुर, मनोज बढ़ई पिता हर्बल बाढ़ई ,हर्बल बाढ़ई पिता लीलाधर बाढ़ई ,सोनू आदिवासी पिता नन्नू आदिवासी, धनुवा आदिवासी पिता कल्लू आदिवासी के परिवार शामिल है !
     सवाल अब भी वही है बाउंड्री वॉल के अंदर बनी झुग्गी झोपड़ियों के परिवारों को कहां बिस्थापित किया जाएगा और अगर कही विस्थापित किया जाएगा तो उन्हें कब प्रधानमंत्री आवास का लाभ मिलेगा ! 
       इस मामले में जब तहसीलदार श्याम चरण चौबे से बात की गई तो उनका कहना है कि वहा निवास कर रहे परिवारों को सूचीबद्ध किया गया है स्थापित करने के लिए स्पॉट भी देख लिया गया है फाइल भी तैयार हो गई है अग्रिम कार्यवाही हेतु फाईल वरिष्ठ अधिकारियों को भेजी जाएगी !

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