इसका बड़ा फायदा ये होगा कि व्यक्ति को अपनी जांच और इलाज के रिकॉर्ड की फाइल संभालकर रखने और हर बार साथ लेकर जाने के झंझट से मुक्ति मिल जाएगी। सबसे ज्यादा फायदा उन लोगों को होगा, जिन्हें कोई गंभीर बीमारी है। साथ ही शहर में मेडिकल इमरजेंसी हुई तो उनकी आभा आईडी से डॉक्टर उनकी पूरी मेडिकल हिस्ट्री देख पाएंगे।
यहां बनवा सकते हैं... जेपी के अलावा किसी भी सरकारी सीएचसी, पीएचसी, सिविल अस्पताल, सिविल डिस्पेंसरी और समस्त संजीवनी क्लीनिक में ओपीडी के वक्त यह आईडी बनवा सकते हैं।
आधार कार्ड और आधार से लिंक मोबाइल नंबर जरूरी
रजिस्ट्रेशन ऐसे कराएं
जो व्यक्ति आभा आईडी बनवाने जा रहे हैं, वह अपना आधार कार्ड और आधार से लिंक कराया गया मोबाइल साथ लेकर जाएं। रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया के दौरान उक्त मोबाइल नंबर पर ही मैसेज आएगा, जो रजिस्ट्रेशन के दौरान बताना अनिवार्य है।
मेडिकल हिस्ट्री देख सकेंगे
व्यक्ति के मेडिकल रिकॉर्ड को कहीं से भी एक्सेस किया जा सकेगा। इसके लिए व्यक्ति को आभा आईडी बतानी होगी। इसके माध्यम से डॉक्टर आपकी मेडिकल हिस्ट्री देख पाएगा। डॉक्टर को आभा आईडी में एक्सेस करने के लिए ओटीपी की जरूरत पड़ेगी। यह ओटीपी संबंधित के मोबाइल नंबर पर आएगा।
सभी लोगों की आभाईडी बनाई जानी है। इसकी शुरुआत कर दी है। स्वास्थ्य संस्थाओं के कर्मचारियों ने कार्ड बनाना शुरू कर दिया हैं। सबको आगे आकर आभा आईडी बनवानी चाहिए।
-डॉ. प्रभाकर तिवारी, सीएमएचओ